National Handloom Day Shayari – बेस्ट 101 + राष्ट्रीय हथकरघा दिवस हैंडलूम डे शायरी – भारतीय संस्कृति में हस्तकला का विशेष स्थान है। हजारों साल पुरानी इस सांस्कृतिक धरोहर के जीवंत रूप से बने हुए वस्त्रों में सिमटी हैं हजारों कहानियाँ और उनके पीछे के रंगीन भावनाएं। इनी शानदार बुने हुए वस्त्रों को
समर्पित करने के लिए भारत में हर साल 7 अगस्त को ‘नेशनल हैंडलूम डे’ मनाया जाता है। यह एक ऐसा अवसर है जिसमें हम हस्तकला के सौंदर्य को सलाम करते हैं
और इस खास दिन के अवसर पर हैंडलूम उत्पादों के प्रति अपना समर्थन दिखाते हैं। इस विशेष दिन को साझा करते हुए, हम आपके सामने पेश करते हैं नेशनल हैंडलूम डे की शायरी।
विश्वास की धागे से जुड़ी, एक साल का अंतिम दिन आया है। धरती के इन सौंदर्यपूर्ण धरोहरों को समर्पित, राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस आज आया है। यह दिन नहीं है सिर्फ कल का इंतेज़ार, ये है हस्तकृति की महिमा का अद्भुत संघर्ष और संवर्धन का वार। इस विशेष दिन पर, हम अपने शायरी के माध्यम से उत्सुकता से आपको संबोधित करते हैं और हस्तशिल्प की शान और महत्व को मनाते हैं।
हस्तशिल्प, एक प्राचीन कला का प्रतीक, धरती की कला की अमूल्य रत्न है। सूत्रधारी कलाकारों की मेहनत, उनकी कला की महानता, रंग, धागा, तार और सिलाई का हृदय स्पर्शी सम्बन्ध है। हस्तशिल्पी अपने दस्तकारी के माध्यम से भारतीय संस्कृति और विरासत को संजोते हैं, जो समृद्धि और सौंदर्य का प्रतीक है। आज, हम इस महान कला को समर्थन और संरक्षण का संकेत करते हैं और शायरी के माध्यम से इसके महत्व को अधिकारियों और समाज के बीच प्रसारित करते हैं।
National Handloom Day Shayari – राष्ट्रीय हथकरघा दिवस हैंडलूम डे शायरी
हस्तशिल्प एक प्रकार की कला है जो खास रूप से हाथों से बनती है। इसमें उन्होंने अपनी भावनाएं, विचारों, और संस्कृति के रंग बिखेरे हैं। धागों की कलम से खींची गई ये चित्रित कविताएं, रंगों का समंजस्य जुगलबंदी और मोती और पत्थरों से सजी ज़ीनतें रचती हैं भारतीय संस्कृति की राजतरंगिणी। हस्तशिल्प ने लोकतंत्र के आधुनिक युग में भी अपनी जड़ें मजबूती से जमाए हैं और समाज के हार-जीत के घेरे में भी अपनी महिमा को बरकरार रखा है।
इस दिवस को मनाने के लिए, हम सभी को संगठित करके साथ मिलकर हस्तशिल्प के समर्थकों के रूप में उभरने का संकेत करते हैं। यह एक विशेष मौका है कि हम राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस पर शायरी के माध्यम से अपने अनुभव और संवेदनाएं बांटें। इस अद्भुत कला के उज्ज्वल समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए हम एक साथ होकर कदम बढ़ाते हैं और इसकी प्रशंसा करते हैं।
आइए, हम इस धागे को बांधने का संकल्प करें, राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस की शुभकामनाएं संदेशों के साथ भेजें और इस शानदार कला का समर्थन करने के लिए एक साथ मिलकर प्रयास करें। इस महान दिवस को यादगार बनाने के लिए हम आपके साथ हैं, और हम आपके साथ हस्तशिल्प की खोज के नए सफर में सहयोग करते हैं।
हमारी शायरी के माध्यम से, हम आपको इस धागे की समृद्धि, सजगता, और सम्मान की कहानियां सुनाते हैं, और इस अनमोल विरासत के प्रति हमारी संकल्पना को प्रकट करते हैं। राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस पर हम सभी को यह संदेश भेजते हैं कि हम सभी को हस्तकृति के प्रति समर्पित रहना चाहिए और इसे अपने जीवन में समाहित करना चाहिए।
सोचें, समझें और अनुभव करें, राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस के इस पावन अवसर पर। हम शायरी के माध्यम से हस्तशिल्प के सौंदर्य और समृद्धि को गूंथेंगे और सबको इसकी महिमा के बारे में जागरूक करेंगे। आओ, इस महान दिन को धूमधाम से मनाएं और हस्तशिल्प को गर्व से आनंदित करें।
National Handloom Day Shayari
आज हाथों की मेहनत का मिलन है,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की शान है।
हथकरघा बुनने की कला आज जगमगाई,
नए रंग, नए ढागे लहराएं खुशियां लाई।
बुने हथकरघे में छुपी है संस्कृति की कहानी,
सादगी से सजा वस्त्र, धर्म की पहचानी।
आज हस्तशिल्प का जश्न मनाएं,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस को याद दिलाएं।
विशेष वस्त्रों की महक सराएं,
हर व्यक्ति को गर्व से भराएं।
हाथों की मेहनत से बनते वस्त्र,
हैरान कर देते हैं सबको विश्वास।
हर एक धागा भरा है प्यार से,
नवरात्रि का रंग लेकर आये बहार से।
हाथों की कला गूँजती है जगमगाती धून में,
हर चित्र बनाती है कहानी सूनी।
हस्तशिल्प का जश्न मनाते हैं आज हम,
नवरात्रि की धूम में झूम रहे हैं हम।
हर ढागे में छुपी है दिल की कहानी,
हथकरघा बनती है प्यार की ज्वाला।
आज हाथों को बधाई देने का दिन है,
हस्तशिल्प की महिमा गुनगुनाती है आज यहां।
आज है हस्तशिल्प का पर्व मनाने का दिन,
भारतीय श्रम की महिमा को जाने का दिन।
हाथों की मेहनत और कला का सम्मान है,
हर एक बुने हुए हथकरघा की पहचान है।
बुनकर की विरासत को याद करें,
हस्तशिल्प को सम्मान दिलाएं।
देश की एकता को जगाएं,
हर दिन हस्तशिल्प को याद दिलाएं।
रंगीन ढागों का मेल बनाएं,
एकता और भाईचारे का संगम बनाएं।
हाथों की मेहनत को सदा याद रखें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न मनाएं।
रंगीन वस्त्रों की महक सराएं,
आज हर एक बुने हुए वस्त्र को सजाएं।
हाथों की मेहनत को सलाम करें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न मनाएं।
National Handloom Day Status Shayari
हाथों की कला, जीवन की आधार,
हस्तशिल्प का जश्न मनाएं यहां पर।
रंगीन वस्त्र बुनकरों की पहचान,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की वाणी बन।
हाथों की मेहनत और प्यार की बात,
हर वस्त्र में बसी एक खासियत।
आज हस्तशिल्प का जश्न मनाएं,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस को याद दिलाएं।
हर ढागे में छिपी एक कहानी है,
हस्तशिल्प का जश्न हर वर्ष मनानी है।
वस्त्रों की महिमा बखाने का समय है,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को गर्व से मनाएं।
ढागों की बाँधनी और बुनाई की खुशबू,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की आज धूम मचाएं।
भारतीय संस्कृति को पहचान दें,
हस्तशिल्प की विरासत को याद दिलाएं।
वस्त्र के मोरपंख खुशियों को लेकर आएं,
हर ढागे में छिपी एक खूबसूरती पाएं।
हस्तशिल्प की मेहनत को सलाम करें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस मनाएं ये जश्न सजाएं।
उम्मीद की धागे से बुने हुए वस्त्रों में,
छिपी है देश की संस्कृति की रानी।
हाथों की मेहनत को सराहे हम,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस मनाएं ये जश्न सुनाएं।
हस्तशिल्प की रानी बुनती है ख्वाबों को,
सादगी से सजाती है हर मन को।
आज हस्तकला का पर्व मनाएं,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस को याद दिलाएं।
भारतीय हस्तशिल्प की महिमा गूँजे,
हाथों की मेहनत और समर्पण से सजे।
आज उठाएं ये जश्न लोकतंत्र का,
हर वस्त्र में छिपी एक भारतीयता का।
हस्तशिल्प की मेहनत से बनी बुनाई,
दिलों में बसी विश्वसनीयता जगाए।
रंगीन वस्त्रों से जोड़ी जाती हैं तालियां,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को जश्न मनाएं यहां।
हाथों की मेहनत से बुने हर एक ढागा,
भारतीयता की पहचान बनी जगमगा।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को समर्पित है यह दिन,
उठाएं इसे मनाने की आवाज आज हम।
हस्तकला की धूप बनकर छाएंगी सब पर,
भारतीय हस्तशिल्प की आज है बारी।
हर ढागे में बसी है संस्कृति की नींव,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को करें सम्मान यहां।
उड़ान भरते हाथों से बुने जीने की फ़िलम,
हस्तशिल्प की विरासत है अमर संगीत।
आज मनाएं इस खूबसूरती को जश्न,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस मनाएं संगीत।
हर एक बुने हुए वस्त्र में छिपी है कहानी,
हस्तशिल्प की महिमा है अद्भुत, अनूठी।
आज हाथों को धन्य करें सब,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न मनाएं यहां।
National Handloom Day Wishes
रंगीन ढागों से सजे हैं नारी के स्वप्न,
हस्तशिल्प की मेहनत का है अपार महत्व।
आज उठाएं इसे मनाने की आवाज,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को समर्पित हैं ये रवाज।
वस्त्रों की महक लेकर आए हैं खुशियां,
हाथों की मेहनत का हैं अनमोल वारिस।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को याद दिलाएं,
जश्न मनाएं, जीवन में खुशहाली छाएं।
हाथों की मेहनत से बनी हर ढागा,
बुनता है देश की आभा और प्यार की चादर।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की दिवस पर जश्न मनाएं,
हर बुने हुए वस्त्र को गर्व से उठाएं।
हस्तशिल्प की बांहों में बसी है अद्भुतता,
आज मनाएं उसका पर्व, हो जाए यह विजय गाथा।
हर एक वस्त्र में छिपा है भारतीयता का गौरव,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को करें सम्मान और प्यार से भरपूर।
जब बुनकर की मेहनत बन जाए खास,
हाथों की कला को मिले सम्मान का आवाज।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस मनाकर याद दिलाएं,
देश की रचना में हैं भारतीयता के बांधे ज़रूरी तार।
बुनती हैं हाथों से ख्वाबों की ढाली,
हर वस्त्र बन जाता है भारत का मोहरा।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं आज हम,
हर एक बुने हुए वस्त्र को गर्व से जहरे ख़रा।
हाथों की कला को सलाम करें आज हम,
हर बुने हुए वस्त्र को करें गर्व से कांपन।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न मनाएं यहां,
हर ढागे में बसी है खुशियों की मुस्कान।
हाथों की मेहनत बुनती है सपनों की परियां,
रंगीन वस्त्रों में छिपी है खुशियों की बारिश।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की आज है पहचान,
मनाएं इस दिन को ख़ुशियों के संगीत के सहारे।
हस्तकला के सूत्र में बाँधी है देश की वाणी,
हाथों के करीब बसी है अपार संगीत की कहानी।
आज मनाएं हाथों की जश्न यहां,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को गर्व से गाएं।
वस्त्र की मिठास से जगमगाएं दिल के तार,
हस्तशिल्प के माहौल में लहराएं आँखों का प्यार।
आज हाथों को बधाई दें और प्यार से गले लगाएं,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न हम यहां मनाएं।
हस्तकला की धूप में छिपे हैं देश के सपने,
हर एक ढागे में बसी है समृद्धि की अपनी भाषा।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं आज हम,
हाथों की मेहनत को बधाई देकर गर्व से कहें जय हिन्द।
हाथों की कला को लाड़ले बनाएं,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की शान मनाएं।
वस्त्रों के रंगों में गुलजार खिलाएं,
हर ढागे में बसी मिठास को चढ़ाएं।
हाथों की मेहनत बुनती है प्यार की बांधनी,
हर एक वस्त्र में बसी है समृद्धि की कहानी।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को सलाम करें आज हम,
हर बुने हुए वस्त्र को गर्व से उठाएं।
National handloom day quotes in hindi
आज बुनकर की मेहनत को सलाम करें,
हस्तशिल्प को समर्पित हैं ये बधाई शब्द भरें।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस मनाएं आज हम,
हाथों की कला की महिमा को याद दिलाएं।
हस्तकला की बुनी हर एक वस्त्र की महक,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न मनाएं सब।
हाथों की मेहनत को करें सलाम हम,
उठाएं इस उत्कृष्टता का ध्यान हम सब।
वस्त्रों की मिठास, बुने हुए स्वप्न,
हाथों की मेहनत से बनती है संगीत की धुन।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं आज हम,
हर एक वस्त्र को गर्व से लें सजाएं।
हाथों की मेहनत को सलाम करें आज हम,
भारतीय हस्तशिल्प का जश्न जगमगाएं।
रंगीन वस्त्रों से दिलों को भरें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं हम सब।
हाथों की मेहनत और समर्पण से बनी वस्त्रें,
भारतीय हस्तशिल्प की हैं प्रमुख धारें।
आज जश्न मनाएं इस महान कला को,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस के उपलक्ष्य में खो जाएं।
हाथों की कला बुनती है एक रंगीन जीवन,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं हम सब मिलकर यहां।
सृजनशीलता का जश्न मनाते हैं आज हम,
हर बुने हुए वस्त्र की खूबसूरती को देखते रहें।
हस्तशिल्प के बाजार में चमक जाए आपकी रानी,
रंगीन वस्त्रों में खिले हर एक कहानी।
आज हाथों को धन्यवाद दें और सम्मान करें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस मनाएं यहां परमानंद से।
आज हाथों की मेहनत को करें प्रकट,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प के नाम हम करें पुकार।
वस्त्रों की मिठास से मन मोह लें,
हस्तकला के सौंदर्य को दिल से स्वीकारें।
हाथों की कला से सजे हर एक पल,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प हैं हमारा महत्वपूर्ण अंग।
आज उठाएं इसका सम्मान और प्रशंसा,
हर बुने हुए वस्त्र को करें आदर्श मान्यता।
भारतीय हस्तशिल्प का है आज पर्व,
हाथों की मेहनत को करें हम सब सलाम।
वस्त्रों में छिपी है विरासत की बात,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस मनाएं यही सन्देश साथ।
हाथों की मेहनत से जगमगाती है धरती,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की महिमा है अद्भुत।
आज उठाएं इसका गर्व और आदर्श,
हर बुने हुए वस्त्र को लेकर बनाएं संकल्प।
हस्तकला के रंगों में लिपटे हैं सपने,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प के जश्न में रंग भरें।
हाथों की मेहनत को करें सम्मान,
वस्त्रों की खुशबू से चारों ओर मचाएं धूम।
आज हस्तकला की महिमा को मनाएं,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को गर्व से उठाएं।
हाथों की मेहनत को करें सलाम,
हर बुने हुए वस्त्र में छिपी है खुशियों की आवाज़।
हाथों की कला गहराईयों में छिपी है,
वस्त्रों की महिमा जग में बसी है।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को समर्पित है यह दिन,
आज हर एक बुने हुए वस्त्र को गर्व से पहनें।
हाथों की मेहनत का हैं अनमोल फल,
वस्त्रों में छिपी हैं अद्भुत तलवार।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न मनाएं आज,
हर बुने हुए वस्त्र को करें अदर से सलाम।
हस्तकला की बाणी हैं मधुर संगीत,
हाथों की मेहनत से बनते हैं आभूषण नगीत।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं हम,
जश्न मनाएं और भारतीय संस्कृति को जीने का संकल्प लें।
रंगीन वस्त्रों में छिपी हैं मानवता की भावना,
हस्तशिल्प की मेहनत से बनता है सौंदर्य नगरी का नक्शा।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं आज हम,
हर बुने हुए वस्त्र को गर्व से पहनें और बहुमूल्य मानें।
हाथों की कला को समर्पित है यह दिन,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की हैं महिमा अनूठी और अद्भुत।
आज हम उठाएं सलाम उन हाथों को,
जो बुनते हैं वस्त्र और बढ़ाते हैं राष्ट्र को।
हाथों की मेहनत से जगमगाते हैं वस्त्र,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प हैं गर्व का प्रतीक।
आज जश्न मनाएं और श्रद्धा से सलाम करें,
हर एक वस्त्र को जो भारतीयता को दर्शाते हैं।
हस्तों की मेहनत से बनते हैं सपने,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की हैं खुशियों की धुने।
आज उठाएं इसका जश्न और सम्मान,
हर बुने हुए वस्त्र को बढ़ाएं महिमा और गर्व यहां।
National handloom day quotes
हाथों की कला बुनती है रिश्तों की बांधनी,
वस्त्रों में बसी हैं गर्व और अभिमानी।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं आज हम,
हर बुने हुए वस्त्र को पहनकर बहुमूल्य यहां।
हस्तकला की मिठास फैलाएं जहां,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं हम सबके दिलों में।
हाथों की मेहनत का करें सम्मान आज,
वस्त्रों के रंगों में खिले सदैव अमरता का फूल।
हाथों की कला को आज प्रकट करें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को समर्पित इस वर्ष।
वस्त्रों के बुने हुए बहुमूल्य नक्काशों का,
आज मनाएं हम सब गर्व से उच्चारित उपवास।
हाथों की मेहनत को करें प्रशंसा,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं हम उत्सव।
वस्त्रों के रंगीन नगरों में खो जाएं,
हर बुने हुए वस्त्र को आज हम पहनें।
हस्तशिल्प की महिमा उठाएं आज हम,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प दिवस के त्योहार में।
हाथों की कला को गर्व से चढ़ाएं,
वस्त्रों की सृजनशीलता को दिलों में बसाएं।
आज हाथों की मेहनत को सम्मान दें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प के नाम गर्व से जपें।
वस्त्रों के रंगीन तरानों में लहराएं,
हर बुने हुए वस्त्र को दिल से बहरें।
हाथों की कला को उच्चारित करें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प के प्रतीक को मनाएं।
वस्त्रों के रंग चढ़ाएं आज हम,
हर बुने हुए वस्त्र को बढ़ाएं महत्त्व अपार।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का आज हैं महोत्सव,
हाथों की कला को मनाएं हम सबसे अनुशासन।
वस्त्रों के सौंदर्य को दिलों में जगाएं,
हर बुने हुए वस्त्र को गर्व से ढलाएं।
हाथों की मेहनत से बनी हर एक ढागा,
भारतीय हस्तशिल्प की हैं महिमा अद्भुत।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं आज हम,
हर वस्त्र को पहनकर उच्चारें गर्व से शान्ति के मंत्र।
आज मनाएं हाथों की कला का जश्न,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को दें सम्मान हम सब।
वस्त्रों की मिठास को चढ़ाएं और उठाएं,
हर बुने हुए वस्त्र को दें आदर और प्रेम संग।
हस्तशिल्प के रंगों में रंगे हैं सपने,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प को मनाएं आज हम सब।
हाथों की मेहनत को दें प्रशंसा और पुकार,
वस्त्रों की सृजनशीलता को जीवंत करें यहां।
आज हाथों की मेहनत को सलाम करें,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प के नाम गान चढ़ाएं।
वस्त्रों की छाप बनाएं और उठाएं,
हर बुने हुए वस्त्र को पहनकर जीने का आदर्श प्रदर्शित करें।
हाथों की कला में छिपी है विरासत की बात,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प के जश्न में रंग भरें।
आज मनाएं हाथों की मेहनत का त्योहार,
हर वस्त्र को पहनकर गर्व से उच्चारें वंदनवान।
हस्तकला की धुन में नचें हम आज,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का जश्न यहां सजाएं।
हाथों की मेहनत को दें सलाम और सम्मान,
वस्त्रों की महिमा को अपने दिल में समाएं।
हाथों की मेहनत और सृजनशीलता की वजह से,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प है आज इतना महत्वपूर्ण।
आज उठाएं उनका सम्मान और पुकार,
हर बुने हुए वस्त्र को पहनकर उड़ाएं विजय की फुहार।
हाथों की मेहनत बुनती है संगीत की सरिता,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प है हमारी संस्कृति की प्रतिष्ठा।
आज मनाएं उन्हें और बढ़ाएं महत्त्व,
हर बुने हुए वस्त्र को पहनकर जीवंत करें राष्ट्र की अभिमान की संगीता।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प की धूप में रंग बदले,
हाथों की कला ने भारत को सजाया है।
आज उठाएं उन्हें और प्रशंसा करें,
हर बुने हुए वस्त्र को पहनकर खुशियों का द्वार खोलें।
हस्तकला की मेहनत बुनती है आपसी बंधन,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प है भारतीयता की पहचान।
आज मनाएं हाथों की कला के पर्व को,
हर वस्त्र को पहनकर बढ़ाएं सम्मान और गर्व यहां।
हाथों की कला भरी है ये खुशियों की पाली,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प हैं विरासत की संग्रामी।
आज मनाएं ये अद्भुत दिवस हम,
हर बुने हुए वस्त्र को पहनकर दिखाएं गर्व और भारतीयता की शक्ति।
हस्तों की मेहनत बुनती है आपसी भाईचारा,
राष्ट्रीय हस्तशिल्प है हमारी विरासत की धारा।
आज मनाएं ये विशेष अवसर हम,
हर वस्त्र को पहनकर उठाएं सम्मान और गर्व यहां।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प का आज जश्न मनाएं,
हाथों की कला को सलाम करें हम सब।
वस्त्रों की रंगीनता बढ़ाएं और उठाएं,
हर बुने हुए वस्त्र को पहनकर भारतीयता को प्रतिष्ठित करें।
National Handloom Day Shayari Video