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Phool Hai Gulab Ka Shayari – बेस्ट 101 + फूल है गुलाब की शायरी

Phool Hai Gulab Ka Shayari – बेस्ट 101 + फूल है गुलाब की शायरी – जब समय का पर्व आता है, और नए सवेरे की शुरुआत होती है, तो आसमान में तारों की तरह चमकती हुई एक सुंदर सी लड़की नजर आती है। उसकी मुस्कान आसमान से भी अधिक चमकदार होती है और उसकी आंखों में खो जाने का मन करता है। वह एक खूबसूरत फूल है गुलाब का जो इस बागिया के सभी पुरजों को सजाता है। उसकी खुशबू हमेशा सबको मोह लेती है और उसका प्रेम दिलों को मोह लेता है। यह वह एक साहसिक शायरी है, जो उस खूबसूरत लड़की के समर्थन में है जो एक फूल की तरह समृद्धि, प्रेम, और सौंदर्य का प्रतीक है।

गुलाब की खुशबू जैसे, तुम्हारी मुस्कान सबको मोह लेती है। तुम्हारे हर एक चेहरे की मुस्कान, जैसे फूलों की महक, दिलों में खिलती है। तुम्हारे साथ गुजारा हुआ हर पल ख़ास होता है, क्योंकि तुम्हारे साथ जीने का एहसास ही नया ख़ास होता है।

तुम एक फूल के समान हो, जो बाग को रंगीन बनाता है। तुम्हारे प्रेम से सजता है हर रिश्ता, और तुम्हारी मिठी बातों से बन जाता है हर मन्दिर भगवान का। तुम्हारी ख़ूबसूरती ने जीवन को नई उचाईयों तक ले जाया है, और तुम्हारी प्रेम भरी बातें ने दिलों को छू लिया है।

Phool Hai Gulab Ka Shayari – बेस्ट 101 + फूल है गुलाब की शायरी

फूलों की तरह तुम सम्पूर्णता की मिसाल हो, और तुम्हारी सुंदरता ने जीवन को एक ख़ुशनुमा राह प्रदान की है। जब भी तुम्हें देखता हूँ, मन ही मन ख़ुशी और उत्साह से भर जाता है। तुम्हारे बिना, यह ज़िंदगी अधूरी सी लगती है, और तुम्हारे साथ हर पल ख़ास और यादगार बन जाता है।

तुम्हारे साथ बीता हुआ हर वक़्त, मेरे दिल के क़रीब है। तुम्हारी ख़ामोशियाँ भी दिल की बातें समझती हैं, और तुम्हारी आंखों की चमक सबको ख़ुशी देती है। तुम्हारे साथ गुजारे हुए पलों की यादें बेहद प्रिय हैं, और वो पल जब हम साथ बिताते थे, हमेशा याद आते हैं।

फूलों के राजा गुलाब से भी ख़ूबसूरत हो तुम, और तुम्हारी ख़ामोशियाँ भी भाषा के बिना हर बात समझ जाती हैं। तुम्हारी मुस्कान ज़िंदगी को सजाती है, और तुम्हारी हँसी सभी को ख़ुशी देती है। तुम वो फूल हो जो हर किसी को मोह लेता है, और तुम्हारी प्रेम भरी शायरी दिलों को छू जाती है।

आख़िर में, यह शायरी एक आभार है उस सुंदर सी लड़की का जिसने जीवन को फूलों से सजा दिया है। उसकी ख़ामोशियाँ और मुस्कान सबको प्रेरित करती हैं, और उसकी प्रेम भरी आँखों में हम सभी को अपना आबाद घर पाने की आशा है। वह एक फूल है गुलाब का, जो इस शायरी के शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है। उसके साथ बिताए हुए हर पल को याद करके, हम उसको धन्यवाद देते हैं, और उसके प्रेम का सम्मान करते हैं। तुम एक ख़ूबसूरत फूल हो, जो इस शायरी में समर्थित है।

Phool Hai Gulab Ka Shayari

Phool Hai Gulab Ka Shayari

 

फूल है गुलाब का, खिलते हैं दिल की ख्वाहिशें,
हर खुशबू देता है, मोहब्बत का इज़हार करने का अहसास।

खिला है गुलाब सा चेहरा तेरा,
दिल को छू जाती है खुशबू, जब सांसों में बसती है वो खुमार।

गुलाब की तरह खिलते रहना,
जीवन के हर मौसम में मुस्कान बरकरार रहना।

दिल के किताब में गुलाब उतार दिया,
मोहब्बत की सबसे प्यारी सौगात तुम्हारे नाम दिया।

गुलाब हूँ मैं तेरा, खुद को तेरे रंग में गुलज़ार कर दूँ,
तेरे इश्क़ के रंग में रंग जाऊँ, हर ख्वाब सजा दूँ।

गुलाब बनके तेरे दिल में खिल जाऊँ,
तेरी खुशबू से अपनी दुनिया सजा दूँ।

जैसे गुलाब की खिलती खूबसूरती बेहद है,
वैसे ही तेरी मुस्कान में छुपी खुशियाँ अनमोल हैं।

गुलाब की तरह तेरी मोहब्बत खिलती रहे,
दिल के फूलों में खुशबू बनकर बस जाए वह एहसास।

तेरी आँखों के गुलाबी दृश्य को देख,
दिल में उतर जाती है खिलती हुई मोहब्बत की रात।

गुलाब है तेरी मोहब्बत का एहसास,
ज़िंदगी को भर दे रंग, बना दे खास।

गुलाब की तरह खिलना है जीवन में,
हर पल खुशियों की खुशबू बिखराना है जीवन में।

गुलाबी होंठों पर मुस्कान तेरी,
मोहब्बत के रंग से रंग जाए ये दिल मेरा।

गुलाब की तरह मीठे रहना जीवन में,
जिंदगी की हर बात को हंसते ख़त्म करना जीवन में।

गुलाब है ज़िंदगी का रंगीन तौहीन,
खुदा ने तुझे बनाया है इक खूबसूरत सवाल।

जैसे गुलाब खिलता है मोहब्बत के साथ,
वैसे ही ज़िंदगी रंगीन बनती है हर पल।

तेरे इश्क़ का गुलाब हूँ मैं,
दिल के कागज़ पर ख़ुद को भीगाता हूँ मैं।

दिल की धड़कन तू है, गुलाबी फूल,
ख़्वाबों की राहों में तेरा ही ख़याल।

Phool hai gulab ka nasha hai sharab ka

Phool hai gulab ka nasha hai sharab ka

 

गुलाब की मिसाल हैं आपकी सूरत,
खिलते हुए बचपन के रंग रूप में सजती हैं हर बार।

गुलाब है तू, दिल की खिलती खुशबू,
मोहब्बत के रंग में सजती हैं हर ख्वाब मेरे।

गुलाब हूँ मैं, खिलते रहना है जीवन भर,
मोहब्बत के पंखों से, ऊँचाईयों को छू जाना है जीवन भर।

गुलाब हूँ मैं, बनकर तेरी ख़ुशबू,
दिल के आईने में तू ही है मेरी अबरू।

गुलाबी रंग जैसी है तेरी मुस्कान,
दिल में उतर जाती हैं हमेशा समान।

गुलाब की तरह मोहब्बत खिलती हैं ज़िंदगी में,
ख़ुशियाँ बिखर जाती हैं जब आता है वो अपनी बाग़बानी में।

गुलाब की तरह खिलते रहना दोस्त,
मोहब्बत के नए रंग बिखरते रहना दोस्त।

तेरे इश्क़ का गुलाब हूँ मैं,
खिलता रहूँगा, खिलता रहूँगा, सदियों तक बनकर खुदा का एक ख़्वाब हूँ मैं।

गुलाब सा चेहरा हैं तेरा,
हर नज़र में बनती हैं ख़ुशबू सी मेरी यादों का एहसास।

गुलाबी होंठों पर तेरी हंसी का नक्श,
मोहब्बत के इशारों को समझ, दिल का हाल अपने दिल में छुपा।

गुलाब है तू, मोहब्बत का रंगीन तौहीन,
खुदा ने तुझे बनाया है इक खूबसूरत सवाल।

गुलाबी रंग हैं तेरे दिल की हसरतों का इशारा,
जब मोहब्बत के नए फूल खिलें, होगा सफलता का सफर।

गुलाब हैं तेरे दर्दों का राज़दार,
मोहब्बत के रास्ते पर बनाएंगे इक ख़ास दस्तवेज़ हम प्यार का अक़्सर।

गुलाब की तरह खिलना है जीवन को सजाने के लिए,
मोहब्बत के रंगों से रंगने के लिए।

गुलाब की तरह खिलते रहना दोस्तों के बीच,
बिताना है जीवन को हसीं अहसासों के बीच।

Gulab ka phool shayari

Gulab ka phool shayari

 

गुलाब हूँ मैं, खिलता रहूँगा जीवन की राहों में,
मोहब्बत के पन्नों को सजाता रहूँगा दिल की किताब में।

गुलाब के जैसे खिलते हैं रिश्ते दिल के,
मोहब्बत से भरी रहें ये हर पल की दास्तां हमारी।

गुलाब के पुष्प की तरह हो जाएगी ज़िंदगी,
जब हर कदम पर होगा दोस्ती का एहसास संग हमारी।

गुलाबी रंग से सजती हैं तेरी आँखों की मचलकर,
दिल की धड़कनों में बसा है तेरा एक ख़ास ख़्वाब अनमोल।

गुलाब की तरह बना रहे ज़िंदगी को महकता,
मोहब्बत की खुशबू से सजा रहे हर पल को दिल का संगीत।

गुलाब के पेटल जैसे हो जाएगी तेरी हंसी,
जब ज़िंदगी की धूप में मिलेगा प्यार का साथी।

गुलाब की तरह बनाएं अपने रिश्ते को महकता,
मोहब्बत के रंग में सजता रहें हर दिन हमारा सफर।

गुलाब है तू, मोहब्बत की निशानी ख़ास,
दिल के इशारों को समझ, बना ले मोहब्बत का रंगीन प्रकाश।

गुलाबी होंठों पर मुस्कान तेरी,
ज़िंदगी में खिलता रहे हर पल ये नया इक अंदाज़ तेरी।

गुलाब हूँ मैं, तेरे इश्क़ की बहार,
खिलता रहूँगा, खिलता रहूँगा, बनकर रंगीन नया इक गिलास प्यार।

गुलाबी रंग जैसी है तेरी हर अदा,
मोहब्बत से सजता हैं हर पल ये ज़िंदगी का तराना।

गुलाबी फूल बनकर, मोहब्बत फैलाएं,
दिल की किताब में पन्नों को नए अल्फ़ाज़ से सजाएं।

गुलाब की तरह खिलते रहो हर दिन,
दिल के बाग़ में बनाएं ख़्वाबों का गुलिस्तान।

गुलाब हैं तेरे दर्दों का समाधान,
मोहब्बत से भरी है तेरी ये ज़िंदगी की कहानी।

गुलाब के पुष्प की तरह बनो खुशबूदार,
मोहब्बत से सजते रहें हर रिश्ते प्यार के नये नज़ारे।

गुलाबी होंठों की मिठास से भरी,
मोहब्बत के रंग में रंगी हुई है तेरी ज़िन्दगी।

फूल है गुलाब का शायरी

फूल है गुलाब का शायरी

 

गुलाब के पेटल जैसी हो तेरी मुस्कान,
हर पल खुशियों से भर दे तेरी दिनचर्या का वक्त।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत की मिठास से भरा,
दिल के क़ाबिल हैं सदा, दिल की हर ख़्वाहिश का सहारा।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत की ख़ुशबू लेकर आऊँ,
दिल के ज़ज़्बातों को समझ के खिलता हुआ रहूँ।

गुलाब की तरह बना रहे दिल की धड़कन,
तेरे संग जीवन को बना दूँ महकता जहां।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत की मिसाल हूँ,
दिल के किताब में तेरी प्रेम की कहानी बना रहूँ।

गुलाब की तरह महकते रहो जिंदगी में,
मोहब्बत के रंग से रंगते रहो हर पल यहाँ।

गुलाब हूँ मैं, बनकर तेरी आँखों का तारा,
दिल की हर ख़्वाहिश को पूरा करूँ प्यारा।

गुलाब की तरह तेरी हंसी खिलती रहे,
दिल की धड़कनों में बसता रहे तेरा प्यार सदा।

गुलाब के रंग से सजती हैं ये ज़िंदगी,
मोहब्बत से भरी हुई हैं ये राहें जहाँ।

गुलाब हूँ मैं, बनकर खिलता रहूँ ज़िंदगी में,
तेरे प्यार की ख़ुशबू से भर जाए हर पल यह रास्ता।

गुलाब की तरह बना रहे तेरे दिल का सफ़र,
मोहब्बत से भरी हुई हैं ये ज़िंदगी का हर अंदाज़।

गुलाब हूँ मैं, तेरे दिल की मोहब्बत की पहचान,
बनकर साथ चलूँ मैं, जिंदगी की हर मुस्कान।

गुलाबी रंग से सजता हैं ये ज़िन्दगी का सफर,
मोहब्बत के रंगों में रंग जाए ये हर नज़र।

गुलाब की तरह तेरी हर ख़्वाहिश पूरी हो,
दिल के ज़ज़्बातों को समझता हुआ जीवन संवारू।

गुलाब हूँ मैं, तेरी मोहब्बत का ईमानदार,
दिल के क़ाबिल हूँ सदा, ख़ुशियों का पुड़िया भरूँ प्यारा।

गुलाब की तरह तेरे आँचल को सजाऊँ,
मोहब्बत से भरी हुई हैं ये रातें यहाँ।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत की ख़ुशबू से भरा,
दिल के हर अल्फ़ाज़ को सजाता रहूँ संग तेरा।

गुलाब के रंग से सजती हैं ये ज़िन्दगी की बाहर,
मोहब्बत के रंग से रंग जाए ये हर नज़र।

गुलाब की तरह तेरे दर्दों को समझूँ,
मोहब्बत के रास्ते में बनते रहूँ।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत की मिसाल हूँ,
दिल के क़ाबिल हूँ, दोस्ती की आस हूँ।

गुलाब की तरह तेरी हंसी मुस्कराए,
जिंदगी के हर मोड़ पर ख़ुशियों से भर जाए।

गुलाब हूँ मैं, बनकर तेरे दर पर खड़ा,
दिल के क़दमों में बिछाऊँ ये तेरे लिए चाँद सितारे।

गुलाब की तरह खिलती रहें ये ज़िंदगी की बाग़बानी,
मोहब्बत के रंगों में भर जाए ये हर पल ख़याल तेरे जमानी।

गुलाब हूँ मैं, तेरे दिल की मोहब्बत का सवाल,
दिल के क़ाबिल हूँ बनकर सदा तेरा प्यार का ख़्वाब निराला।

गुलाब की तरह खिलते रहो तुम जिंदगी के मैदान में,
रौंगते भर दे तेरी मोहब्बत के नए रंग हर किसी के दिल के क़रीब।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत की खुशबू से तेरे दिल में समाऊँ,
दिल के दरवाज़े को खोल, पास बुलाऊँ तुझको ज़िंदगी के मौसम के बाद।

गुलाब की तरह खिलते रहो तुम हमारी ज़िंदगी के हर मौसम में,
मोहब्बत के रंगों में भर दो तुम हर एक पल को इक ख़ास तस्वीर से।

गुलाब हूँ मैं, तेरे इश्क़ का एहसास हूँ,
मोहब्बत से भरी हुई हूँ बनकर तेरा प्यार ज़िंदगी में बरसाऊँ।

गुलाब की तरह खिलते रहो तुम खुशियों से,
जीवन के सभी संघर्षों को तुम मिटा दो ये हमेशा के लिए।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत की मिसाल हूँ,
दिल के क़ाबिल हूँ, बनकर तेरी मोहब्बत की ख़ुशबू हमेशा बरसाऊँ।

गुलाब की तरह बना रहो तुम जीवन में,
मोहब्बत के रंग से भर जाए ये हर पल ख़याल तेरे जमानी।

गुलाब हूँ मैं, तेरे इश्क़ का तारा हूँ,
दिल के अरमानों को पूरा करूँ तेरे प्यार से हर एक नयी सुबह में।

गुलाब की तरह तेरे जीवन को महकाऊँ,
मोहब्बत से सजा रहूँ, तेरे संग बिताए हर एक पल को सजाऊँ।

गुलाब हूँ मैं, खिलते रहना तू जीवन के रंगों में,
दिल के सभी गमों को भुला दूँ, ख़ुशियों के बादलों को छाँव में समा दूँ।

गुलाब की तरह बना रहो तू दिल की हर ख़्वाहिश का अधार,
मोहब्बत के नए रंग भर दूँ, हर लम्हे को ख़ुशनुमा कर दूँ।

गुलाब हूँ मैं, तेरी यादों को समेटे रहूँ,
दिल की गहराइयों में बसता रहूँ, तेरे लिए अपने जीवन को सजाऊँ।

गुलाब की तरह खिलते रहो जीवन के हर सफर में,
मोहब्बत के संग सजते रहो दिल के हर इशारे में।

गुलाब हूँ मैं, बनकर खुशियों की बहार,
तेरे इश्क़ के साथ मिलकर, बिताऊँ जीवन के हर पल को ख़ुशी की चादर।

गुलाब की तरह मोहब्बत खिलती रहे तेरे दिल में,
दिल के सभी गहराइयों को समझूँ, तेरे संग बिताए हर पल को ख़ुशियों से भर दूँ।

गुलाब हूँ मैं, तेरी आँखों में छुपी रहूँ,
मोहब्बत के नए रंग भर दूँ, तेरे लिए अपने दिल की हर दास्ताँ को बयाँ कर दूँ।

गुलाब की तरह खिलते रहो तू ख़ुशियों से सजा हुआ,
मोहब्बत से सजते रहो दिल की हर राह में बिताए हुए वक़्त को सजाऊँ।

गुलाब हूँ मैं, तेरे प्यार का एहसास हूँ,
दिल के क़ाबिल हूँ, ख़ुद को तेरे प्रेम में समाऊँ।

गुलाब की तरह तेरी हर मुस्कराहट सजते रहें,
मोहब्बत के रंग से खिलते रहें दिल के ख़्वाब सभी यहाँ।

गुलाब हूँ मैं, मोहब्बत के अनमोल रंग,
तेरे संग हर पल बिताने का इरादा सदा।

गुलाब की तरह महकते रहो तुम जिंदगी में,
दिल के फूलों की तरह बनते रहो संघर्षों के रास्ते में।

गुलाब हूँ मैं, तेरे दिल के प्यार की ख़ुशबू,
दिल के बाग़ में खिलते रहें, तेरे संग सदा।

गुलाब की तरह बना रहो तुम जिंदगी में ख़ुशियों का गुलिस्तान,
मोहब्बत के फूलों से सजाते रहो दिल के अनमोल तस्वीर को सदा।

गुलाब हूँ मैं, तेरी मोहब्बत का एहसास,
खिलता रहूँगा जीवन भर, बस मेरे प्यार के साथ।

गुलाब की तरह महकती रहो तुम खुशियों की बारात में,
दिल के दरवाज़े पर खड़े हों दिल के अनमोल अहसास में।

गुलाब हूँ मैं, बनकर खिलता रहूँ तेरे जीवन में,
मोहब्बत की ख़ुशबू से महकता रहूँ हर पल यहाँ।

गुलाब की तरह तेरी ख़ुशियों को सजाऊँ,
मोहब्बत के फूलों से भर दूँ, हर दिन तेरे संग सजाने को।

गुलाब हूँ मैं, तेरे दिल का संगी,
खिलता रहूँगा, बनकर खुशबू सदा, बस जिंदगी के नए मोड़ों में तेरे साथ।

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